नई दिल्ली: कोरोना के खिलाफ जंग में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देवबंद के दारुल उलूम और जमीयत उलेमा ए हिन्द से सहयोग मांगा। वीडियो कांफ्रेंस के जरिए सीएम से मुखातिब हुए दारुल ऊलूम के मोहतमिम मुफ्ती अबुल कासिम नौमानी, जमीयत उलेमा ए हिन्द के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व सांसद मौलाना महमूद मदनी ने कोरोना की रोकथाम में सरकार और प्रशासन का सहयोग देने का भरोसा दिलाया।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने अन्य धर्मगुरूओं से भी बात कीं। कोरोना के खिलाफ जंग की धार को तेज करने के लिए सीएम ने रविवार की शाम को वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से जिले के पांच धर्मगुरुओं से बात की। इस दौरान उन्होंने कलक्ट्रेट स्थित एनआईसी के वीडियो काफ्रेंसिंग रूम में मौजूद दारुल उलूम के मोहतमिम, जमीयत के राष्ट्रीय महासचिव के अलावा पदमश्री योगगुरू भारतभूषण, शहर काजी नदीम अख्तर और जामा मसजिद के प्रबंधक मौैलवी फरीद से मुखातबि हुए।
सीएम ने कहा कि कोरोना के प्रभाव से चीन, इटली और अमेरिका जैसी विश्व शक्तियां भी नतमस्तक हो गई हैं। लेकिन भारत में समय से लाकडाउन किए जाने से काफी कम संख्या में कोरोना पाजिटिव केस आए हैं। सभी से अपील करें कि लाकडाउन के दौरान सोशल डिस्टेंस बनाए रखा जाए। इसके साथ ही मस्जिद समेत सभी धार्मिक स्थलों में लाकडाउन को पूरी तरह से सफल बनाएं। सीएम ने कहा कि क्योंकि आप लोग धर्मगुरू हैं। आपका समाज में प्रभाव है। इसलिए लोगों से अपील करें कि वह प्रशासन का सहयोग करें।
इस दौरान जमीयत के राष्ट्रीय महासचिव महमूद मदनी ने मुख्यमंत्री को सुझाव दिया कि कोरानटाइन स्थलों पर रखे गए लोगों से हमदर्दी पूर्व व्यवहार किया जाए। साथ ही मीडिया से भी अपील की जाए कि वह किसी भी प्रकरण को धार्मिक कलेवर में न प्रस्तुत कर सही परिपेक्ष्य में पेश करें। दारुल उलूम के मोहतमिम ने सीएम को बताया कि वह पहले से ही शासन और प्रशासन का साथ दे रहे हैं। आगे भी वह कोरोना के खिलाफ जंग में सरकार और प्रशासन के साथ हैं। इस पर मुख्यमंत्री ने उन्हें धन्यवाद दिया।
इस दौरान कमिश्नर संजय कुमार, डीएम अखिलेश सिंह और एसएसपी दिनेश कुमार पी. भी मौजूद रहे। कमिश्नर संजय कुमार ने बताया कि खासे सौहार्दपूर्ण वातावरण में दारुल उलूम मोहतमिम और जमीयत के राष्ट्रीय महासचिव के बीच बात हुईं। सहयोग देने के लिए मुख्यमंत्री ने उन्हें धन्यवाद भी दिया।